दिल की अवाज

ओ मेरे सनम, सुन ले मेरे दिल की आवाज़
क्या कहता है यह, सुन तो ले एक बार
कहता है यह मुघे तो अच्छा लगता है तेरा हर अंदाज़
फ़िर भी ना जाने क्यों लगता है जैसे की तुघे है किसी का इंतज़ार
जी करता है खो जाऊ तेरी इन मदहोश आखों मे
समेत लू तुघे अपनी बाँहों मे और ले लूँ तुघ्को अपने आगोश मे
ओ मेरे दिल, सुन ले मेरे दिल की आवाज़
क्या कहता है सुन तो ले एक बार
इस मे तो है अब सिर्फ़ एक ही नाम

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